
गाज़ियाबाद। भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का किसान आज आत्मनिर्भर भारत का सशक्त आधार बन चुका है। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा कृषि उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में की गई वृद्धि और किसान सम्मान निधि की नई किस्त जारी करने की घोषणा यह सिद्ध करती है कि मोदी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए पूर्णतः समर्पित है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के हित में जो ऐतिहासिक निर्णय लिया है वह अभूतपूर्व है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025–26 के पेराई सत्र हेतु गन्ना मूल्य में ₹30 प्रति कुंतल की वृद्धि की है, जिससे अब अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति कुंतल और सामान्य प्रजाति का मूल्य ₹390 प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।”
किसान मोर्चा महानगर अध्यक्ष पंकज भारद्वाज ने कहा कि योगी सरकार ने गन्ना उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के माध्यम से पिछले कुछ वर्षों में जो ऐतिहासिक कार्य किए हैं, वे किसी क्रांति से कम नहीं हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 42 चीनी मिलों की क्षमता में वृद्धि, 8 नई चीनी मिलों की स्थापना, तथा 6 बंद मिलों का पुनः संचालन किया जा चुका है। उन्होंने आगे कहा कि “गन्ना किसानों को रिकॉर्ड भुगतान कराया गया है। वर्ष 2007 से 2017 तक ₹1,47,000 करोड़ का भुगतान हुआ था, जबकि वर्ष 2017 से अब तक लगभग ₹2,90,000 करोड़ का भुगतान कराया गया जो पिछले दस वर्षों की तुलना में ₹1,42,000 करोड़ अधिक है। यह रिकॉर्ड योगी सरकार की पारदर्शिता और किसानों के प्रति संवेदनशीलता का परिणाम है।
भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश में एथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है। वर्ष 2017 में जहाँ 61 एथेनॉल आसवनीयाँ थीं, वहीं वर्ष 2025 तक उनकी संख्या 97 तक पहुँच गई है। एथेनॉल उत्पादन 41.28 करोड़ लीटर से बढ़कर 182 करोड़ लीटर तक पहुँचना यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार न केवल गन्ना उत्पादक किसान का हित देख रही है, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में भी ठोस कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने किसानों को केवल योजनाओं का लाभार्थी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माता के रूप में सम्मानित किया है। भाजपा सरकार का लक्ष्य है — किसान समृद्ध तो राष्ट्र शक्तिशाली।”


