गाजियाबाद। पटेल मार्ग स्थित केसरी माता मंदिर में अवैध कब्जे और पुजारन के परिवार को जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है। मंदिर की मालिक और पुजारन मीना बघेल पत्नी स्व. भरत नारायण गिरी ने महंत कन्हैया गिरि एवं महंत विजय गिरी पर मंदिर पर अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप लगाया है।
पुजारन मीना बघेल ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर का निर्माण महंत स्वामी ग्रीष्म गिरी और महंत दिगंबर भैरो गिरी द्वारा निर्वाणी अखाड़े की भूमि पर किया गया था। 20 जनवरी 1998 को रजिस्टर्ड वसीयत के माध्यम से मंदिर का अधिकार स्वर्गीय भरत नारायण गिरी को सौंपा गया था। उनके निधन के बाद, मीना बघेल और उनके पुत्र अंकित गिरी मंदिर के विधिक उत्तराधिकारी हैं। इसके अलावा, बिजली बिल, हाउस टैक्स और अन्य सभी दस्तावेज स्वर्गीय भरत नारायण गिरी के नाम पर हैं।
मीना बघेल ने आरोप लगाया कि स्वर्गीय भरत नारायण गिरी के निधन के बाद, महंत कन्हैया गिरी और महंत विजय गिरी, जिन पर पहले से बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, लालचवश मंदिर पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने बताया कि दोनों महंतों ने उन पर और उनके पुत्र पर 24 – 25 लाख रुपये खर्च कर भंडारा आयोजित करने का दबाव बनाया, जो उनके लिए असंभव है।
श्रीमती बघेल के अनुसार, 01 अगस्त 2025 को महंत कन्हैया गिरी और विजय गिरी अपने अनुयायियों के साथ मंदिर परिसर में आए और उन्हें धमकाते हुए मंदिर खाली करने को कहा। इसके बाद, 04 अगस्त को भी सुबह 11 बजे दोनों महंत अपने अज्ञात अनुयायियों के साथ दोबारा मंदिर पर कब्जा करने की नीयत से पहुंचे और मंदिर परिसर में डटे हुए हैं। वे मंदिर के सेवकों के साथ गाली – गलौज और मारपीट पर उतारू हैं। मंदिर के सेवक रंजीत कुमार ने तत्काल 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी।
मीना बघेल ने बताया कि उन्होंने पुलिस से कई बार दोनों महंतों के विरुद्ध शिकायत लेकिन पुलिस का ढीला-ढाला रवैया महंतों के हौसले बुलंद कर रहा है। उन्होंने पुलिस आयुक्त को भी शिकायत पत्र सौंपा है। श्रीमती बघेल और उनके परिवार ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।