अब तक लगाए पाँच लाख पौधे – दिल्ली-एनसीआर में तालाबों को जीवन देने का अभियान
गाजियाबाद। जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संकट के दौर में उत्तर प्रदेश के प्रदीप डाहलिया “ग्रीन मैन ऑफ यूपी” के नाम से अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। पिछले एक दशक में उन्होंने पाँच लाख से अधिक पौधे लगाए हैं और लगातार वृक्षारोपण को जनआंदोलन का रूप दे रहे हैं।
प्रदीप डाहलिया का मानना है कि हर व्यक्ति यदि अपने जीवन में दस पेड़ लगाए और उनकी देखभाल करे, तो धरती को हरा-भरा बनाया जा सकता है। वे स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण इलाकों में जाकर युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी पहल से हजारों लोग वृक्षारोपण अभियान से जुड़े हैं।
तालाबों को पुनर्जीवित करने की मुहिम
वृक्षारोपण के साथ ही डाहलिया ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कई पुराने तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य शुरू किया है। शहरीकरण और अवैध कब्जों के कारण सूख चुके व गंदगी से भरे तालाबों को उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से साफ कर पुनर्जीवित किया। अब ये तालाब भूजल स्तर सुधारने और पक्षियों व जलीय जीवों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। डाहलिया का कहना है कि सरकार की योजनाएँ तभी सफल होंगी जब आम जनता भी अपनी जिम्मेदारी समझे और सक्रिय रूप से जुड़कर काम करे। वे लोगों से पेड़ लगाने और जलस्रोत बचाने का आग्रह करते हैं।
प्रेरणा का स्रोत
प्रदीप डाहलिया का सपना है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरा भारत हरा-भरा और जलसमृद्ध बने। उनका जीवन युवाओं और समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके अनुसार छोटे-छोटे प्रयास ही मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।