पूर्व सांसद डॉ. रमेश चंद तोमर का आरोप कविनगर रामलीला कमेटी अवैध

श्री धार्मिक रामलीला कमेटी कवि नगर में भ्रष्टाचार के साथ-साथ जीएसटी चोरी का लगा आरोप

गाजियाबाद। कविनगर रामलीला कमेटी के पूर्व संरक्षक एवं पूर्व सांसद डॉ. रमेश चंद तोमर ने समिति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को नवयुग मार्केट में आयोजित प्रेस वार्ता में डॉ. तोमर ने कहा कि श्री धार्मिक रामलीला कमेटी, कविनगर न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है बल्कि सरकार को जीएसटी चोरी कर हर वर्ष लाखों रुपये का नुकसान भी पहुंचाती है।

उन्होंने समिति को अवैध बताते हुए दावा किया कि यह गाजियाबाद की सबसे बड़ी चंदा लेने वाली रामलीला कमेटी है, जो दुकानें किराए पर देती है, लेकिन जीएसटी सरकार को नहीं चुकाती। उन्होंने रामलीला कमेटी से सदस्यता खत्म किए जाने पर अपनी मानहानि बताते हुए समिति के अध्यक्ष और महामंत्री के खिलाफ 20-20 करोड़ रुपये का मानहानि दावा भी ठोका है।

डॉ. तोमर ने कहा कि 30 जुलाई को समिति ने उन्हें नोटिस भेजकर संरक्षक पद से हटाते हुए सदस्यता समाप्त कर दी थी। इस पर उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार से स्पष्टीकरण मांगा, जिस पर जवाब मिला कि रामलीला कमेटी को उनकी सदस्यता समाप्त करने का कोई अधिकार नहीं है। बाद में उन्होंने यह भी पूछा कि समिति वैध है या अवैध, जिस पर डिप्टी डायरेक्टर ने लिखित पत्र में समिति को अवैध बताया।

उन्होंने कहा कि वह धर्म का सम्मान करते हैं, इसलिए रामलीला के आयोजन में कोई व्यवधान नहीं डालेंगे, लेकिन उसके बाद कानून के दायरे में आवश्यक कार्रवाई जरूर करेंगे। इस विषय पर उनकी चर्चा जिला अधिकारी से भी हो चुकी है। इस दौरान पत्रकार वार्ता में पूर्व अध्यक्ष रामकुमार तोमर,  लालचंद शर्मा, हिमांशु मित्तल, रामगोपाल, तरुणराय अग्रवाल सहित   कवि नगर के कई निवासी और सदस्य मौजूद रहें।

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 वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट

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