लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने 1991 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को राज्य का नया कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है।यह नियुक्ति 31 मई 2025 को कार्यवाहक DGP प्रशांत कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद की गई है।
राजीव कृष्ण वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष और सतर्कता निदेशक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने हाल ही में राज्य में पुलिस भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराकर सरकार का विश्वास अर्जित किया है।
हालांकि, राजीव कृष्ण को स्थायी DGP नहीं बनाया जा सकता क्योंकि वह वर्तमान में वरिष्ठता सूची में 12वें स्थान पर हैं, और UPSC के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्थायी नियुक्ति के लिए वरिष्ठता आवश्यक है। इसलिए, उन्हें फिलहाल कार्यवाहक DGP के रूप में नियुक्त किया गया है।
प्रशांत कुमार, जो फरवरी 2024 से कार्यवाहक DGP के रूप में कार्यरत थे, को सेवा विस्तार नहीं मिला। उनकी सेवानिवृत्ति के साथ ही राज्य में लगातार पांचवीं बार कार्यवाहक DGP की नियुक्ति हुई है, जिससे पुलिस नेतृत्व में स्थायित्व की कमी पर सवाल उठ रहे हैं।
राजीव कृष्ण की नियुक्ति को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद और सक्षम अधिकारी के रूप में देखा जा रहा है। उनसे अपेक्षा की जा रही है कि वे राज्य की कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करेंगे और पुलिस प्रशासन में पारदर्शिता लाएंगे।
राज्य सरकार द्वारा स्थायी DGP की नियुक्ति के लिए UPSC को पैनल भेजा जाना बाकी है, जिससे संकेत मिलता है कि फिलहाल कार्यवाहक DGP की व्यवस्था ही जारी रहेगी।
राजीव कृष्ण की नियुक्ति से उत्तर प्रदेश पुलिस को एक अनुभवी और कुशल नेतृत्व मिला है, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
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वरिष्ठ संवाददाता श्री राम की रिपोर्ट