गाजियाबाद हित संरक्षण, संवर्धन तथा समन्वयक महासमिति की पहल
हिंडन को हरनंदी बनाने तक…
गाजियाबाद। जिले की मशहूर हिंडन नदी जो गंदगी और अव्यवस्था के चलते अपना नदी का स्वरूप खोने की कगार पर है। हिंडन नदी के वास्तविक स्वरूप और सौंदर्य करण को लेकर गाजियाबाद हित संरक्षण, संवर्धन तथा समन्वयक महासमिति द्वारा हिंडन नदी मे दो नौकाये तैनात की गई। यह नौकाये सूर्य उदय से लेकर सूर्याअस्त तक नदी की सफाई का कार्य करेंगी।इनका काम हिंडन नदी की सतह पर तैरते हुए वनस्पति, कूड़े आदि को एकत्रित करना है। ये नौकाये मोक्ष स्थल के बाएं और दायें बने रोड ब्रिज और रेल ब्रिज के बीच मे काम करेगी।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए झांसी मण्डल के पूर्व मंडलायुक्त डा अजय शंकर पांडे ने कहा की यह पहल हिंडन नदी की सफाई को लेकर जागरूकता पैदा करने एवं सरकार की सभी संबंधित ऐजेंसियों का ध्यान आकर्षण करने के लिए है। इस नदी को लेकर गाजियाबाद का हर नागरिक काफी संवेदनशील है और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है।
पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक प्रोफेसर डा पवन सिन्हा गुरु जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा की जब श्री पाण्डेय गाजियाबाद के नगर आयुक्त थे उस समय योजना बनाई गई थी की हिंडन नदी के उस हिस्से को जो गाजियाबाद से होकर गुजरता है 80 भागों में बाँट दिया जाए और प्रत्येक वार्ड की सफाई के लिए एक भाग संबंधित सभासद के लिए निर्धारित कर दिया जाए। उन्होंने कहा केवल आज के प्रयास से हिंडन साफ हो जाएगी, ऐसा नहीं है परन्तु यह लोगों को हिंडन के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करेगा।
हिंडन नदी में तैनात नौकाओ की पहल और प्रबंध महासमिति के वरिष्ट उपाध्यक्ष धनंजय तेवतिया ने किया। यह प्रथम बार है जब सिविल सोसाइटी के किसी व्यक्ति ने इस तरह की जमीनी पहल की है। गर्व की बात यह है की देश भक्त धनंजय तेवतिया के माता, पिता, पत्नी, भाई, भतीजे और उनके तमाम ऑफिसर्स और स्टाफ ने हिंडन की सफाई के लिए आगे भी अपेक्षा से अधिक सहयोग देने का स्वेच्छा से निर्णय लिया। आज दो नावों मे महासमिति का बेनर लगाकर गुरु पवन सिन्हा, डा अजय शंकर पांडे, धनंजय तेवतिया, कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने हिंडन नदी मे भौतिक सफाई अभियान प्रारंभ किया।
महासमिति के महासचिव कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा की हिंडन नदी वैसे तो अपने आपको वर्षा और चौया से हर वर्ष स्वस्थ कर लेती है। आवश्यकता केवल इस बात की है की नदी को गंदा न किया जाए। नगर निगम से निवेदन किया गया की वो सीवर पाइप का पानी नदी में ना डालें। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का पानी भी नदी में नहीं डालना चाहिए क्योंकि उसकी BOD ज्यादा और DO की मात्रा कम होती है।
नवीन अस्पताल के सीईओ डा अनिल तोमर ने बेहतरीन संचालन किया और लोगों से आग्रह किया की जब तक हिंडन नदी हरनंदी न बन जाए तब तक चैन से नहीं बैठना है।
इस अवसर पर डा. आर के आर्या, कवि आर पी शर्मा, महासमिति के कोषाध्यक्ष पवन कौशिक, डा अनुज, गुरमेल सिंह सिद्धू, डी के शर्मा, ललित बंसल, मोहित कौशिक, प्रो. मुन्ना मिश्रा, राकेश कौशिक, इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा, फ्लेट ओनर फेडरेशन के उपाध्यक्ष आई सी जिंदल, जय प्रकाश, विकास तेवतिया, एडवोकेट सिद्धार्थ तेवतिया, चन्द्र मोहन वेद, कुलदीप शर्मा, होरटी कल्चर सोसाइटी की चेयर परसन रमा त्यागी, रुबिका तेवतिया, मधू तेवतिया उपस्थित थे साथ में अमित त्यागी मनोज, अरूण शर्मा अध्यक्ष गाजियाबाद इण्डस्ट्रिीज एसोसिएशन का मुख्य योगदान रहा।
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वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट