श्राद्ध – पितृपक्ष ही क्यों मातृपक्ष क्यों नहीं
“पितृपक्ष” का महत्व भारतीय संस्कृति, परंपरा और शास्त्रों से जुड़ा हुआ है। इसके पीछे कई ऐतिहासिक, धार्मिक और सामाजिक कारण बताए जाते हैं। पहली, वंश और गोत्र की परंपरा। इसके अनुसार प्राचीन भारतीय समाज में वंशावली पितृकुल (पिता के गोत्र) से जुड़ी मानी जाती थी। श्राद्ध और तर्पण में गोत्र, प्रवर आदि का उल्लेख होता … Read more