बीएसएनएल द्वारा कार्यवाही न करने एवं निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच की मांग
गाजियाबाद। संचार निगम एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऑनरेरी चैयरमेन करमवीर नागर ने गाजियाबाद बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक सुभाष चंद्र पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने फर्जी तरीके से मकान किराया भत्ता एवं ट्रांसफर ग्रांट में फर्जीवाडा करके लाखों रुपए डकार गये। करमवीर नागर में इस फर्जीवाडे की शिकायत तमाम प्रूफ के साथ विधायक एवं सांसद से की लेकिन कोई कार्यवाई ना होने पर उन्होंने सीबीआई से इस मामले पर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
संचार निगम एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन के ऑनरेरी चैयरमेन करमवीर नागर ने जानकारी देते हुए बताया की कुछ ऐसे आईटीएस अधिकारी जो डीओटी से बीएसएनएल में डेपुटेशन पर हैं और जिन्होंने आज तक बीएसएनएल ज्वाइन नहीं किया है वह आर्थिक संकट से जूझ रहे बीएसएनएल को अभी भी चूसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में करमवीर नागर ने बीएसएनएल गाजियाबाद के प्रधान महाप्रबंधक सुभाष चंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा है की उन्होंने भारी अनियमितताएं करके बीएसएनएल के लाखों रुपए डकार लिए हैं।
करमवीर नागर के अनुसार गाजियाबाद में स्थानांतरण से पूर्व दिसंबर 2022 में सुभाष चंद्र महाप्रबंधक का तबादला किसी दूरस्थ स्थान पर हुआ था लेकिन उन्होंने येन-केन प्रकारेण मैनेज करके अपना तबादला फरवरी 2023 में गाजियाबाद करा लिया। फरवरी 2023 में दिल्ली से गाजियाबाद तबादला होने के बाद यह अधिकारी दिल्ली स्थित सरकारी मकान में रहते हुए सरकारी गाड़ी से दिल्ली- गाजियाबाद अप डाउन करता रहा। इतना ही नहीं सुभाष चंद्र महाप्रबंधक सरकारी मकान में रहते हुए नियम विरुद्ध मकान किराया भत्ता लेकर बीएसएनएल के लाखों रुपए डकार गया। इसी तरह सुभाष चंद्र महाप्रबंधक तबादला अवधि के 6 माह बाद एक लाख 64 हजार 480 रूपए ट्रांसफर ग्रांट के रूप में लेकर डकार गया जबकि ट्रांसफर ग्रांट का भुगतान केवल 6 माह की अवधि तक ही प्राप्त करना विभागीय नियमों के दायरे में आता है।
करमवीर नागर में आगे बताया की कर्मचारी यूनियन और अधिकारियों की एसोसिएशन सुभाष चंद्र महाप्रबंधक के खराब व्यवहार और तानाशाही रवैए के विषय में बहुत बार शिकायत कर चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि बुलंदशहर से भाजपा सांसद भोला सिंह और भाजपा से राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर सहित कुछ विधायक भी इसके खराब व्यवहार और भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार एक विधायक की शिकायत पर विभाग द्वारा महाप्रबंधक की चेयरमैनशिप में कराई गई उच्च स्तरीय जांच में इस पर गंभीर आरोप लगे हैं।
शायद इसीलिए आज तक दिल्ली और गाजियाबाद में ही सर्विस करने वाला यह महाप्रबंधक जम्मू कश्मीर, असम जैसे हार्डकोर टैन्योर स्टेशन पर स्थानांतरित नहीं हुआ है जबकि इससे कम स्टे वाले अधिकारी देश में दूरस्थ स्थानों पर सेवा दे चुके हैं।
इस तरह किसी भी तरह की शिकायत से बेपरवाह सुभाष चंद्र महाप्रबंधक भ्रष्टाचार करने और बीएसएनल को राजस्व की पहुंचाने का कोई मौका गंवाने के लिए तैयार नहीं।
————————
वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट