हरिद्वार | रविवार सुबह श्रद्धालुओं से खचाखच भरे मनसा देवी मंदिर परिसर में अफरा-तफरी के माहौल ने देखते ही देखते भगदड़ का रूप ले लिया। यह दर्दनाक हादसा सुबह करीब 9 बजे हुआ, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर परिसर में जुटे थे। भीड़ बढ़ने के कारण अव्यवस्था फैल गई और अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 80 श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
उत्तर प्रदेश के 4 श्रद्धालु मृतकों में शामिल
इस हादसे में उत्तर प्रदेश के चार श्रद्धालुओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है। उनकी पहचान निम्न रूप में हुई है:
- आरूष पुत्र श्री पंकज उर्फ प्रवेश, उम्र 12 वर्ष, निवासी – सौदा, बरेली, उत्तर प्रदेश
- विक्की पुत्र श्री रिक्का राम सैनी, उम्र 18 वर्ष, ग्राम – विलासपुर, थाना – विलासपुर, कैमरी रोड, नगलिया कला, मजरा रामपुर, उत्तर प्रदेश
- वकील पुत्र भरत सिंह, निवासी – मौहतलवाद, जिला – बाराबंकी, उत्तर प्रदेश
- श्रीमती शांति पत्नी श्री रामभरोसे, निवासी – बदायूं, उत्तर प्रदेश
राहत कार्य में जुटा प्रशासन
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को एंबुलेंस से विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया।
हादसे के कारणों की जांच के आदेश
सीएम धामी ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक तौर पर यह भीड़ प्रबंधन की विफलता मानी जा रही है। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि दर्शन के लिए कतार में लगे श्रद्धालुओं में अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई जिससे भगदड़ मची।
श्रद्धालुओं की भीड़ सावन में रहती है चरम पर
बता दें कि सावन के महीने में मनसा देवी मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। यह हादसा ऐसे समय हुआ जब रविवार और सावन दोनों की भीड़ मंदिर में थी।
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