मोहब्बत की दुकान पर नफरत का माल बेच रहे हैं अधर्मी : बीके शर्मा हनुमान
गाजियाबाद। विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान द्वारा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र और युवा कल्याण और खेल मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को समाप्त कर देने के विवादित बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश के 100 करोड़ हिंदुओं की धार्मिक आस्था और भावनाओं को आहत किया है। इसके लिए उदयनिधि स्टालिन को अविलंब माफी मांगनी चाहिए।
बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि सनातन धर्म भारत का सबसे पुराना धर्म है। विश्वभर में भारत की प्राचीन संस्कृति और हिंदू धर्म की पहचान सनातनियों के कारण ही है। चेन्नई में तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एंड आर्टिस्ट एसोसिएशन की एक बैठक में उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करके इसे समाप्त करने की बात कही थी। उदयनिधि के इस विवादित बयान से उनकी अन्य धर्मों के प्रति घटिया सोच का पता चलता है। ऐसा लगता है कि पूरी दुनिया के लोगों का सनातन के प्रति बढ़ती आस्था को देखकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि का मानसिक स्तर अवसाद की स्थिति में जा पहुंचा है।
सनातनियों के प्रति पूर्वाग्रह होने से वे कुंठाग्रस्त हो गये हैं। सनातन धर्म को सामाजिक न्याय के विरुद्ध बताकर उन्होंने अपने बौद्धिक पिछड़ेपन और धार्मिक अज्ञानता का ही परिचय दिया है। सारी दुनिया मानती है कि सनातन के सच्चे अनुयायियों की रगों में मानवता, राष्ट्रभक्ति, सत्यनिष्ठा, विश्वनीयता, प्रेम, दया का भाव प्रवाहित होता है। सनातन धर्म अनंतकाल से है. और तब तक रहेगा, जब तक दुनिया है।
सनातन धर्म को कोरोना की तरह खत्म करने का आह्वान करने वाले स्टालिन को शायद मालूम नहीं कि सनातन धर्म हजारों वर्ष पुराना है। इसे खत्म करने की 800 साल तक मुगलों ने और 200 साल तक अंग्रेजों ने कोशिश की। इसी कोशिश में लाखों हिंदुओं का कत्ल किया गया। आज भारत में जितने भी धर्म हैं, उन सभी के पूर्वज कभी हिंदू थे। स्टालिन ने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर नफरती बयानं दिया है।
इस हेट स्पीच का सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए। आइएनडीआइए के सारे फर्जी सेक्युलर नेता मौन हैं। इस घृणित बयान के लिए उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कानून सम्मत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस अवसर पर विजय कौशिक राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी,ऋषिपाल शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विनीत कुमार शर्मा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, डॉक्टर एनएस तोमर, डॉक्टर मिलन मंडल, कृष्ण कुमार, राकेश राणा, अनिल कुमार, पंडित, आरसी शर्मा संस्थापक उपाध्यक्ष, श्रीकांत मलिक, मदनलाल बड़वार, सतीश पाल आदि उपस्थित रहे।
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वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट