राजनगर रामलीला में सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र की लीला सम्पन्न

 

गाजियाबाद। श्री रामलीला समिति राजनगर की ओर से दशहरा पर्व के पश्चात् पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत नाटक “सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र” प्रस्तुत किया गया।

इस नाटक में प्रभु राम के पूर्वज राजा हरिश्चन्द्र अयोध्या के राजा थे। उनके दरबार में एक ऐसा मामला आता है जब एक बच्चे पर दो अलग अलग माताएं अपना अधिकार जताती हैं। दोनों माताओ का पुत्र मोह देखकर राजा उलझन में हैं कि कैसे बच्चे की असली मां की सच्चाई उजागर हो। ऐसे में राजा ऐसा निर्णय करते हैं कि मां की सच्चाई ज्ञात हो जाती है।

एक योगिनी भी दरबार में आती है जो राजा के सामने विवाह का प्रस्ताव रखती है, जिसे राजा अस्वीकार कर देते हैं। राजा हरिश्चन्द्र की सत्यवादिता और दान की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई थी। उनकी परीक्षा लेने के लिए ऋषि विश्वामित्र आते हैं और उनका राजपाट मांग लेते हैं। राजपाट जाने के बाद वह और उनका परिवार दर- दर भटक रहे हैं। उन पर ढाई भारत सोने का कर्ज़ हो गया है जिसे चुकाने के लिए वह पत्नी तारामती तथा पुत्र रोहिताश्व को बेच देते है तथा खुद एक श्मशान घाट पर डोम की नौकरी करने लगते हैं। एक दिन उनके पुत्र रोहिताश्व को सांप ने काट लेता है जिससे उसकी मौत हो गई। उनकी पत्नी तारा जब पुत्र के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचती है तो डोम के नौकर के रूप में राजा हरिश्चन्द्र पत्नी तारा से कर मांगते हैं। वह कहती हैं कि उसके पास कोई धन नहीं है । वह धन जुटाने का प्रयास करने जाती है तो रास्ते में एक मृत बच्चे से टकरा जाती है जिसकी हत्या का इल्ज़ाम उस पर लग जाता है। तब उसे मौत की सजा सुनाई जाती है। वह राजा हरिश्चन्द्र के सामने लाई जाती है तो वह अपनी आंखों पर पट्टी बांध कर जैसे ही उसे सजा देने के लिए अपनी तलवार उठाते हैं तो देवतागण प्रकट हो जाते हैं और उनके पुत्र को भी जिंदा कर देते हैं तथा राजपाट, वैभव सब वापस दे देते हैं।

इस मौके पर श्री रामलीला समिति के संरक्षक एवं संस्थापक सदस्य जितेन्द्र यादव, अध्यक्ष जयकुमार गुप्ता, महामंत्री आर एन पाण्डेय, कोषाध्यक्ष राजीव मोहन गुप्ता, मुख्य संयोजक राकेश मिश्रा,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा,जी पी अग्रवाल एवं अमरीश त्यागी, मेला प्रबंधक एस एन अग्रवाल , विनोद गोयल एवं आलोक मित्तल, ऑडिटर दीपक मित्तल, के.पी .गुप्ता, उपाध्यक्ष आर.के.शर्मा , अनिल कुमार, राधेश्याम सिंघल, दीपक सिंघल , दिनेश शर्मा, मोतीलाल गर्ग एवं सुन्दर लाल यादव, महावीर सिंघल, मंत्री मुकेश मित्तल, राजीव गुप्ता, प्रचार मंत्री रेखा अग्रवाल एवं सौरभ गर्ग, संयोजक मण्डल में शामिल मदन लाल हरित, बीके अग्रवाल, ओमप्रकाश भोला, देवेन्द्र गर्ग, जयकमल अग्रवाल, सांस्कृतिक मंत्री गोल्डी सहगल एवं विजय लुम्बा, मनीष वशिष्ठ, पंकज भारद्वाज सहित राजनगर के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट

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