गाजियाबाद। बर्लिन जर्मनी में हो रहे विशेष ओलंपिक के आयोजन में डॉ. पीएन अरोड़ा एवं डॉ. उपासना अरोड़ा भी आयोजक टीम के साथ गए हुए हैं और उन्होंने ओपनिंग सेरेमनी में भी शिरकत की थी।
इसी बीच 25 जून को उनकी शादी की सालगिरह भी आन पड़ी। डॉ पी एन अरोड़ा ने बर्लिन में भी अपने हिंदू संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार भारत से दूर रहते हुए भी भारतीय रीति रिवाज के अनुसार अपनी शादी की तीसवीं सालगिरह बर्लिन स्थित गणेश मंदिर में विधिवत रूप से मनयी ।
इस मौके पर कई गणमान्य लोग उन्हें बंधाई देने के लिए उयस्थित थे। जिनमें विशेष रूप से ओलंपिक भारत की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा , फेडरल रिपब्लिक ऑफ जर्मनी के भारतीय राजदूत हरीश पर्वथानेनी प्रमुख हैं। डॉ पी एन अरोड़ा एवं डॉ उपासना अरोड़ा ने सभी का ह्रदय से धन्यवाद किया और इस आयोजन पर सभी का आभार व्यक्त किया।
डॉ पी एन अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व संस्कृतियों का मूलाधार है। संस्कृति से तात्पर्य प्राचीन काल से चले आ रहे संस्कारों से है और सनातन परंपरा के अनुरूप संस्कार की पद्धति ही संस्कृति है। आज हमें बर्लिन में अपनी संस्कृति के अनुसार इस कार्यक्रम को कर के गर्व का अनुभव हो रहा है साथ ही साथ ये नई पीढ़ी के लिये अपने संस्कारों एवं संस्कृति की रक्षा के लिए एक संदेश भी है।
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विशेष संवाददाता श्री राम की रिपोर्ट