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पैरा एथलीट सुवर्णा राज, उदयीमान अभिनेत्री विदुषी यादव व तलवारबाज दीवा गोयल चयनित
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गाजियाबाद। सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्व. से.रा. यात्री की पत्नी श्रीमती उषा यात्री की स्मृति में दिया जाने वाला “स्वयंसिद्धा” पुरस्कार इस बार पैरा एथलीट सुवर्णा राज, प्रतिभाशाली अभिनेत्री व कवयित्री विदूषी यादव व उदयीमान तलवारबाज दीवा गोयल को प्रदान किया जाएगा। यह वार्षिक पुरस्कार किसी भी क्षेत्र में स्वयं की क्षमता के जरिए अलग मुकाम हासिल करने वाली महिलाओं को प्रदान किया जाता है।
निर्णायक मंडल के निर्णय की घोषणा करते हुए उनके पुत्र आलोक यात्री ने बताया कि श्रीमती यात्री के अवतरण व निर्वाण दिवस 22 फरवरी को प्रदान किया जाने वाला यह पुरस्कार इस बार ग़ाजियाबाद में जन्मी व देश के विभिन्न मंचों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली विदुषी यादव, शारीरिक अक्षमता के बावजूद एशियन गेम्स सहित तमाम खेल स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा के झंडे गाड़ने वाली पैरा एथलीट सुवर्णा राज व नन्ही उम्र में तलवारबाजी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली दीवा गोयल को प्रदान किया जाएगा।
गौरतलब है कि सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्व. से.रा. यात्री की पत्नी श्रीमती उषा यात्री की स्मृति में यात्री परिवार की ओर से हर वर्ष विषम परिस्थितियों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को “स्वयंसिद्धा” पुरस्कार से अलंकृत किया जाता है। गत वर्ष यह पुरस्कार अल्प उम्र में अंगदान करने वाली सुप्रसिद्ध कवयित्री मनु लक्ष्मी मिश्रा, कैंसर सर्वाइवर व जेलों में महिलाओं के लिए सैनेट्री पैड मशीनें लगवाने वाली डॉ. स्मिता सिंह व “आजादी की दीवानी दुर्गा भाभी” में मुख्य भूमिका निभाने वाली तनु पाल को प्रदान किया गया था।
आलोक यात्री ने बताया कि श्रीमती यात्री का निधन उनके अवतरण दिवस 22 फरवरी 2022 को हुआ था। चयनित प्रतिभाओं के बारे में श्री यात्री ने बताया कि दो साल की उम्र में पोलियो से पीड़ित होने के बावजूद सुवर्णा राज ने कई बाधाओं को पार कर पावर लिफ्टिंग, टेबल टेनिस व एथलेटिक्स में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है। एथलेटिक्स के अलावा उनकी पहचान विकलांगता समर्थक के तौर पर भी है। इन दिनों वह नोएडा में विकलांग बच्चों के लिए एक अकादमी चला रही हैं।
ग़ाज़ियाबाद में जन्मी विदुषी यादव ने अपनी पढ़ाई मुंबई यूनिवर्सिटी से की है। अपने स्कूल दिनों से ही वह मंच पर सक्रिय रही हैं और कविता पाठ व नाटक मंचन के लिए उन्होंने हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त किया है। विदुषी प्रभावी वक्ता होने के साथ-साथ प्रसिद्ध मॉडल व अभिनेत्री भी हैं। काव्य प्रतियोगिता में कविता पाठ के लिए उन्हें महाराष्ट्र सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
राष्ट्रीय स्तर की जूनियर तलवारबाज चंडीगढ़ निवासी दीवा गोयल का भी ग़ाजियाबाद से करीबी रिश्ता है। सात साल की उम्र में तलवारबाजी में हाथ आजमाने वाली दीवा अब तक कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। “खेलो इंडिया 2023” में दीवा ने रजत पदक, स्कूल गेम्स 2023 में स्वर्ण पदक, वर्ष 2023 में आयोजित अंडर 17 में कांस्य पदक, राष्ट्रीय तलवारबाजी चैंपियनशिप अंडर 17 (2022) में कांस्य पदक, प्रादेशिक तलवारबाजी चैंपियनशिप (2022) अंडर 14 में रजत पदक व राष्ट्रीय तलवारबाजी चैंपियनशिप (2019) अंडर 12 में स्वर्ण पदक हासिल कर चुकी हैं।
पुरस्कारों की घोषणा करते हुए श्री यात्री ने बताया कि हाल ही में पिताश्री से. रा. यात्री का निधन होने की वजह से श्रीमती यात्री अवतरण व निर्वाण दिवस 22 फरवरी को अलंकरण समारोह आयोजित नहीं किया जा रहा है। “उषा यात्री स्वयंसिद्धा पुरस्कार-2024” कथा रंग साहित्यिक वार्षिकी में ही प्रदान किए जाएंगे।
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वरिष्ठ पत्रकार श्री राम की रिपोर्ट