एमआरजी स्कूल में बाल अधिकारों और जेंडर समानता पर बेबाकी से बोले छात्र

दिल्ली। एमआरजी स्कूल रोहिणी के छात्रों ने “बाल अधिकार और जेंडर समानता” विषय पर केंद्रित एक आकर्षक और विचारोत्तेजक सभा का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य बच्चों विशेषकर लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों की सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। सभा ने बाल अधिकारों की रक्षा और जेंडर समानता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सरकारी पहलों पर प्रचलित जेंडर रूढ़िवादिता पर प्रभावी ढंग से प्रकाश डाला।

आकर्षक चर्चाओं और प्रोजेक्टर के माध्यम से छात्रों ने अपने साथियों और शिक्षकों को सामाजिक पूर्वाग्रहों को खत्म करने और प्रत्येक व्यक्ति को सशक्त बनाने के बारे में जागरूक किया। समाज में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक बनने के लिए युवा दिमागों को पोषित करने के महत्व को पहचानते हुए, संकाय और प्रशासन ने छात्रों के प्रयास का पूरे दिल से समर्थन किया। उन्होंने प्रासंगिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए छात्रों के समर्पण और जुनून की प्रशंसा की और पूरे स्कूल समुदाय को अधिक समावेशी और न्यायसंगत वातावरण बनाने में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।

एमआरजी स्कूल की प्रिंसिपल अंशू मित्तल ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, “छात्रों द्वारा ‘बाल अधिकार और जेंडर समानता’ पर आयोजित विशेष सभा वास्तव में प्रेरणादायक थी। हमारे युवा शिक्षार्थियों को इसमें शामिल होते देखना खुशी की बात है।” ऐसे महत्वपूर्ण विषय और सक्रिय रूप से समानता और न्याय की वकालत करते हैं। यह सभा हमारे छात्रों में सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों को स्थापित करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
सभा बेहतर भविष्य के लिए एकता और आशा के एक शानदार संदेश के साथ संपन्न हुई, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि प्रत्येक व्यक्ति का योगदान, चाहे कितना भी छोटा क्यों न हो, एक अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।

———————-
वरिष्ठ संवाददाता श्री राम की रिपोर्ट

Leave a Comment

[democracy id="1"]