जोहड का गंदा पानी कालौनी में आने से नाराज़ आरडब्ल्यूए ने जीडीए अधिकारियों को आंदोलन की चेतावनी दी

गाजियाबाद। जीडीए के जोन 3 के अधिकारियों की लापरवाही से स्वर्ण जयंती पुरम के समीप स्थित ग्राम सदरपुर के जोहड़ का गंदा पानी आसपास की कॉलोनी में फैलने से डायरिया और जौंडिस जैसी बीमारियां फैलने की आशंका व्यक्त की गई है। स्थानीय आरडब्ल्यूए के अधिकारियों ने जल्दी ही इस समस्या का समाधान ना होने पर एक आंदोलन की चेतावनी जीडीए के अधिकारियों को दी है।

स्वर्णजयंतीपुरम आरडब्ल्यूए की ओर से जीडीए उपाध्यक्ष को एडवोकेट मुकेश कुमार गुप्ता द्वारा गत दिवस एक पत्र सौंपा गया है जिसमें जीडीए के जोन -3 के अधिकारियों की लापरवाही से स्वर्णजयंतीपुरम के समीप स्थित ग्राम सदरपुर के जोहड (जिसमें ग्राम सदरपुर का गंदा पानी आता है) के कालौनी में आने से डायरिया और जौंडिस फैलने की आशंका व्यक्त की गई है। पत्र में अवगत कराया है कि स्वर्णजयंतीपुरम के समीप स्थित ग्राम सदरपुर के जोहड में भरे गंदे पानी की निकासी जीडीए जोन-3 कालोनी के डी-ब्लॉक स्थित सीपीए स्कूल से नाला बनाकर बी- ब्लॉक की तरफ पुलिया बनाकर करने से कालौनी में डायरिया व जौंडिस फैलने का खतरा है। यदि इसका तत्काल समाधान नहीं निकाला गया तो स्वर्णजयंतीपुरम की सभी आरडब्ल्यूए संयुक्त रूप से जीडीए के विरुद्ध आन्दोलन करेंगी। जीडीए उपाध्यक्ष को अवगत कराया गया है कि जब ग्राम सदरपुर का यह जोहड पूर्व से ही कालौनी का हिस्सा नहीं है तो उसके गंदे पानी की निकासी अब 20 वर्ष बाद कालौनी के बीच से क्यों की जा रही है।

जीडीए उपाध्यक्ष को अवगत कराया गया है कि जीडीए अधिकारियों को निर्माण कार्य का लम्बा अनुभव है और उन्हें यह पता था कि बरसात में कार्य नहीं हो पायेगा फिर भी गड्ढे बनाकर छोड़ दिए गए। जिनमें बरसात का पानी उन गड्ढों में भर गया तथा जोहड का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर कालौनी की सड़कों पर फैल गया। जीडीए उपाध्यक्ष को यह भी अवगत कराया गया है कि पहले इस जोहड के गंदे पानी को स्वर्णजयंतीपुरम के समीप स्थित मधुबन बापूधाम कालोनी में डाला जा रहा था। वहां डायरिया और जौंडिस से दो बच्चों की मृत्यु के बाद जोन-3 के सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ पहले कार्यवाही कर जिम्मेदार अभियंताओं को निलंबित किया गया और फिर मामला दबने के बाद उन्हें क्लीन चिट दे दी गई।अब उसी गंदे पानी की निकासी स्वर्णजयंतीपुरम के मध्य से की जा रही है। इससे स्वर्णजयंतीपुरम के निवासियों का जीवन खतरे में पड़ गया है। उल्लेखनीय है मधुबन बापूधाम से पहले यह गंदा पानी पीले क्वाटरों में भर गया था, जब वहां दुर्गंध और बीमारी फैली तो वहां आनन-फानन में दीवार खड़ी कर उसका रूख मधुबन बापूधाम की ओर कर दिया गया था और अब वहां से स्वर्णजयंतीपुरम के मध्य से उसकी निकासी के नाम पर इस कालौनी के निवासियों के जीवन से खिलवाड़ की जा रही है।

आरडब्ल्यूए ने जीडीए उपाध्यक्ष से अनुरोध किया है कि इस समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाये अन्यथा स्वर्णजयंतीपुरम के निवासी जीडीए पर प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी जीडीए अधिकारियों की होगी।

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वरिष्ठ संवाददाता श्री राम की रिपोर्ट

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