देवप्रभा प्रकाशन द्वारा विद्यार्थियों को कविता के संस्कार देने का दूसरा प्रयास सफल

आर्ट म्यूजियम में कवियों ने विद्यार्थियों को कविताएं सुनाकर किया भाव-विभोर

नोएडा। विद्यार्थियों में हिन्दी कविता के संस्कार लाना आज आवश्यक है। विशेष रूप से कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों में। इसी उद्देश्य से नोएडा स्थित एचसीएल के किरन नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट में देवप्रभा प्रकाशन की ओर दूसरी बार विशेष कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

देवप्रभा प्रकाशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इस बार श्रेष्ठ विहार दिल्ली स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को कविता के विभिन्न रूपों की जानकारी दी गई। कवियों ने काव्य पाठ कर उनमें नई चेतना का संचार किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने म्यूजियम देखा और बहुत सारी ज्ञानवर्द्धक बातें जानीं।

प्रमुख समाजसेवी एवं साहित्यकार सीए महिम मित्तल बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके गीतों ने विद्यार्थियों में नया जोश भरने का काम किया। सुप्रसिद्ध हास्य कवि सुनहरी लाल तुरंत की हास्य रचनाओं ने सबको लोटपोट कर दिया। उन्होंने कविता क्या है, कैसे लिखें, किसे पढ़ें, कितना पढ़ें आदि प्रकार की विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को भी शांत किया। सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं रेडियो एफएम रेनबो की उद्घोषिका नीरजा चतुर्वेदी ने जहां इस कार्यक्रम की सरस्वती वंदना से शुरुआत की, वहीं अपने माहिया और मुक्तकों से सभी की खूब वाहवाही लूटी।

कवि, पत्रकार एवं देवप्रभा प्रकाशन के प्रकाशक डॉ. चेतन आनंद ने कवि सम्मेलन का कुशल संचालन किया और अपनी कविताओं से विद्यार्थियों को ईमानदारी के साथ अपने प्रगति पथ पर चलने के लिए उत्साहित किया। शिक्षक प्रताप रिपुदमन गिल और छात्रा महक ने भी अपनी कविताएं सुनाकर सबका दिल जीता। देवप्रभा प्रकाशन की ओर से कवियों एवं किरन नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट की मार्केटिंग मैनेजर अनुप्रिया पुरवार को स्मृति चिह्न, शॉल, अंगवस्त्र आदि प्रदान कर सम्मानित किया। अनुप्रिया पुरवार ने सभी कवियों को स्मृति चिह्न देकर आभार व्यक्त किया।

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वरिष्ठ संवाददाता श्री राम की रिपोर्ट

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